ISHTKAL IN HOROSCOP OR ASTROLOGY
''इष्टकाल''अपनी कुंडली कैसे बनाये ? How Made Horoscope (Kundali) ?इष्टकाल
''इष्टकाल''
सूर्योदय से जन्मकाल तक के घट्यात्मक( घटी पलात्मक ) मान को इष्टकाल कहते है |
नियम =>
जन्मकाल में सूर्योदय घटाकर , घटाव से प्राप्त वियोगफल को ढाइगुणा करने पर इष्टकाल प्राप्त होता है |
यदि आप कुंडली बनाना चाहते है तो इन्हें अवश्य देखे -
कुंडली बनाने के पहले जाने ज्योतिष की बेसिक जानकारी | Basic knoledge Of Horoscope''इष्टकाल''अपनी कुंडली कैसे बनाये ? How Made Horoscope
नोट –1. जब जन्म दिन में 1 बजे से रात में 12:59 तक के बीच हुआ हो तो जन्मसमय में 12 घंटा जोड़कर गणित करते है |
2. जब जन्म रात में 01:00 बजे के बाद तथा अग्रिम सूर्योदय ( अगले दिन की सूर्योदय ) के पहले हुआ हो तो जन्मसमय में २४ घंटा जोड़कर गणित करना चाहिए |
3. जब सूर्योदय और जन्मसमय एक हो तो इष्टकाल 00 घटी हो जाता है |
4. जब इष्टकाल 60 घटी से ज्यादा आ जाये तो उसमे 60 घटी घटा देना चाहिए , घटाने पर जो वियोग्फल आये वही इष्टकाल होता है |
उदहारण =>
उदहारण =>
11.
=> जब जन्म सूर्योदय के बाद व दिन में 12:59 तक के बीच हुआ हो तो –
घं. मि.
08:00 -> जन्मसमय ( दिन में )
- 05:40 -> सूर्योदय
02:20 -> वियोगफल
02:20
+01:10
05:50
घटी: पल
05:50 -> इष्टकाल
यदि आप कुंडली बनाना चाहते है तो इन्हें अवश्य देखे-
2. =>
ग्रहस्पष्ट Grahaspasht , How make horoscope कुंडली में ग्रहस्पष्ट कैसे करें ?
2. =>
जब जन्म दिन में 1 बजे से रात में 12:59 तक के बीच हुआ हो तो -
घं. मि.
12:00 -> नियमानुसार
+12:40 -> जन्मसमय ( रात में )
24:40 -> योगफल
-05:40 -> सूर्योदय
19:00 -> वियोगफल
19:00
+09:30
47:30 -> योगफल
घटी: पल
47:30 -> इष्टकाल
3. =>
जब जन्म रात में 12/59 बजे के बाद तथा अग्रिम सूर्योदय के पहले हुआ हो तो-
घं. मि.
24:00 -> नियमानुसार
+01:50 -> जन्मसमय(रात्रि में)
25:50 -> योगफल
- 05:40 -> सूर्योदय
20:10 -> वियोगफल
20:10
+10:05
50:25
घटी: पल